पत्रकारिता की पुंगी बजाता मीडिया
आप इस खबर को पढ़ कर कृपया अपनी राइ दीजिये की क्या ऐसे समय में जब चीन के राष्ट्रपति हमारे यहाँ की यात्रा पर हैं और चीन हमें चारों और से घेरने की फ़िराक में है, ऐसे में इसको दिखा कर हम क्या साबित करना चाहते हैं? क्या इससे हमारे सैनिकों का मनोबल नहीं टूटता ? क्या इससे एक आम नागरिक का लोकतंत्र में विस्वास रह जाएगा?क्या हमारे जनप्रतिनिधियों के पास सिवाय घोटालों और भ्रष्टाचार के सिवा दूसरा काम नहीं रहा. किस और jaa रहा है ये देश ? ऐसे में पत्रकारिता के कायदों की पुंगी बजाकर हमारे बुद्धिजीवी पत्रकार और सम्पादक क्या साबित करना चाहते हैं. इनकी पत्रकारिता को नमन है.पर क्या यह देश के स्वास्थय के लिए घटक नहीं है? इस पर आपकी बेबाक राय दीजिये और बता दीजिये की भारत का हर अवाम अपने सरहद के रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. जय हिंद !!!!!!