गाने की कला

यूं तो हम गाने की कला में
काफी आगे निकल चुके हैं.

हमारा गाना सुन कर
हमारे सात सात पड़ोसी बदल चुके हैं.

और ये जो कई दिनों से ठहरे हैं
पता चला है सपरिवार बहरे हैं.

Comments

भटकना आप को चाहिए, भटकते आप के पड़ोसी हैं ?
हा हा, सही है!!
ये कमेंट्स से वर्ड वेरिफिकेशन हटाईए साहेब!!
Unknown said…
RPSingh aap to mahan hai.aapki lekhni se to hame kaput kahin dikhai deti nahi.lots happiness.

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