आधार
सुबह के १०.३० बज चुके हैं. रायपुर जीपीओ के एक कोने में आधार कार्ड बनाने के लिए जो सेण्टर बनाया गया है, वहां से लेकर में गेट तक दो सौ लोगों की भीड़ जमा हो चली है. हर कोई इसी चक्कर में है कि कब उसका नंबर आये. राजधानी के बधैपारा निवासे रोशन कुमार से मुलाक़ात हो जाती है. वे आज यहाँ पहली बार आये हैं. आधार कार्ड क्या है वे नहीं जानते ? मैंने जब उनसे पूंछा तो वे पहले तो चौंके उसके बाद बोले मुझे नहीं पता ? लेकिन जब सब बनवा रहे हैं तो मैंने सोचा चलो मैं भी बन्वालेता हूँ . इसके बाद वहीं खड़ी एक वैन में चिट्ठियाँ लोड कर रहे अशोक दस मानिकपुरी ने बताया कि इसको बनाने के लिए एक अलग बिभाग काम कर रहा है. उसके स्टाफ भी अलग हैं.सदर बाज़ार के कपड़ा व्यवसाई विनोद जैन भी फॉर्म लेने तो पहुंचे मगर लम्बी लाइन देखा कर वापस जाने लगे तो मैंने उनसे पूंछ लिया कि भैया जी आप वापस क्यों जा रहे हैं? उन्हों ने बताया कि इतनी लम्बी लाइन में अगर लगूंगा तो मेरे तो दूकान ही नहीं खुल पायेगी.! बढईपारा निवासे राम देवी (68) ने भी बताया कि उनको भी नहीं पता कि इसका क्या करना है लेकिन बहुओं ने कहा है कि आम्मा जी बनवालो इसी लिए आयी हैं. नईबस्ती निवासी जुलेखा बाई (83) ने तो उनकी उम्र पूंछने पर बताया कि जब गांधी जी को गोली मारी गई थी तो वे ६ साल कि थीं .वे आज यहाँ फॉर्म जमा करने आई हैं. इस कार्ड का क्या होगा उनको नहीं पता. और कुछ पूंछने पर उन्हों ने कांग्रेस सेवादल का एक मेडल दिखाया , बोली ये मेरा सबसे बड़ा कार्ड है. चलो एक सज्जन सकल सूरत से काफी पढेलिखे लग रहे है उनसे पूंछ लेते हैं? ये भाईसाहब हैं अजय शर्मा ब्रम्हां पारा से आये हैं ,लो इन्हों ने भी हाथ खड़े कर दिए!अब तो उसी से पूंछना पडेगा जो इसको बनाता ही? ये लो वे लोग भी एक मोटर साईकिल पर तीनो ही आ गए? दो तो मुझे देखकर अंदर की और भागे एक लडके को बड़ी मुश्किल से रोक पाया हूँ चलो उसे से पूंछते है,..... भैया आपका नाम असित आप क्या करते हैं ?.. कम्पुटर ओपेरटर हूँ. आच्छा आप हमें यह बताइये कि ये आधार क्या है? ... ये एक प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय पहिचानपत्र है जो पूरी दुनियां में आपके भारतीय होने का प्रमाण है. इसको हर भारतीय को बनवाना चाहिए . इसके लिए क्या -क्या लगेगा . ड्राइविंग लाइसेंस , राशन कार्ड , बिज़ली का बिल जो यह प्रमाणित कर दे कि आप यहाँ के निवासी हैं. अगर कुछ नहीं है तो फिर आप वार्ड के पार्षद से एक फार्म पर लिखवा कर लाइए तब भी बन जाएगा . अच्छ अगर इसमे कोई बदलाव करना चाहे तो फिर संभव है? मेरा मतलब अगर इसको रखने वाले की उंगली कट जाती है तो जो आप उसकी उँगलियों की छाप ले रहे हैं उसको कैसे आइदेंतीफाई करेंगे ? उसकी कटी उंगली को छोड़ कर बाकी कि उँगलियों का मिलान करने से प्रमाणित हो जाएगा. इसीलिये तो हम दासों उँगलियों की छाप बायोमीट्रिक मशीन पर लेते हैं. आँखों कि तस्वीर अलग से . ताकि कोई इसकी नक़ल न कर सके. अच्छा मैं चलता हूँ पहले ही लेट हो चुका हूँ. जी ...
सुबह के १०.३० बज चुके हैं. रायपुर जीपीओ के एक कोने में आधार कार्ड बनाने के लिए जो सेण्टर बनाया गया है, वहां से लेकर में गेट तक दो सौ लोगों की भीड़ जमा हो चली है. हर कोई इसी चक्कर में है कि कब उसका नंबर आये. राजधानी के बधैपारा निवासे रोशन कुमार से मुलाक़ात हो जाती है. वे आज यहाँ पहली बार आये हैं. आधार कार्ड क्या है वे नहीं जानते ? मैंने जब उनसे पूंछा तो वे पहले तो चौंके उसके बाद बोले मुझे नहीं पता ? लेकिन जब सब बनवा रहे हैं तो मैंने सोचा चलो मैं भी बन्वालेता हूँ . इसके बाद वहीं खड़ी एक वैन में चिट्ठियाँ लोड कर रहे अशोक दस मानिकपुरी ने बताया कि इसको बनाने के लिए एक अलग बिभाग काम कर रहा है. उसके स्टाफ भी अलग हैं.सदर बाज़ार के कपड़ा व्यवसाई विनोद जैन भी फॉर्म लेने तो पहुंचे मगर लम्बी लाइन देखा कर वापस जाने लगे तो मैंने उनसे पूंछ लिया कि भैया जी आप वापस क्यों जा रहे हैं? उन्हों ने बताया कि इतनी लम्बी लाइन में अगर लगूंगा तो मेरे तो दूकान ही नहीं खुल पायेगी.! बढईपारा निवासे राम देवी (68) ने भी बताया कि उनको भी नहीं पता कि इसका क्या करना है लेकिन बहुओं ने कहा है कि आम्मा जी बनवालो इसी लिए आयी हैं. नईबस्ती निवासी जुलेखा बाई (83) ने तो उनकी उम्र पूंछने पर बताया कि जब गांधी जी को गोली मारी गई थी तो वे ६ साल कि थीं .वे आज यहाँ फॉर्म जमा करने आई हैं. इस कार्ड का क्या होगा उनको नहीं पता. और कुछ पूंछने पर उन्हों ने कांग्रेस सेवादल का एक मेडल दिखाया , बोली ये मेरा सबसे बड़ा कार्ड है. चलो एक सज्जन सकल सूरत से काफी पढेलिखे लग रहे है उनसे पूंछ लेते हैं? ये भाईसाहब हैं अजय शर्मा ब्रम्हां पारा से आये हैं ,लो इन्हों ने भी हाथ खड़े कर दिए!अब तो उसी से पूंछना पडेगा जो इसको बनाता ही? ये लो वे लोग भी एक मोटर साईकिल पर तीनो ही आ गए? दो तो मुझे देखकर अंदर की और भागे एक लडके को बड़ी मुश्किल से रोक पाया हूँ चलो उसे से पूंछते है,..... भैया आपका नाम असित आप क्या करते हैं ?.. कम्पुटर ओपेरटर हूँ. आच्छा आप हमें यह बताइये कि ये आधार क्या है? ... ये एक प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय पहिचानपत्र है जो पूरी दुनियां में आपके भारतीय होने का प्रमाण है. इसको हर भारतीय को बनवाना चाहिए . इसके लिए क्या -क्या लगेगा . ड्राइविंग लाइसेंस , राशन कार्ड , बिज़ली का बिल जो यह प्रमाणित कर दे कि आप यहाँ के निवासी हैं. अगर कुछ नहीं है तो फिर आप वार्ड के पार्षद से एक फार्म पर लिखवा कर लाइए तब भी बन जाएगा . अच्छ अगर इसमे कोई बदलाव करना चाहे तो फिर संभव है? मेरा मतलब अगर इसको रखने वाले की उंगली कट जाती है तो जो आप उसकी उँगलियों की छाप ले रहे हैं उसको कैसे आइदेंतीफाई करेंगे ? उसकी कटी उंगली को छोड़ कर बाकी कि उँगलियों का मिलान करने से प्रमाणित हो जाएगा. इसीलिये तो हम दासों उँगलियों की छाप बायोमीट्रिक मशीन पर लेते हैं. आँखों कि तस्वीर अलग से . ताकि कोई इसकी नक़ल न कर सके. अच्छा मैं चलता हूँ पहले ही लेट हो चुका हूँ. जी ...
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