रेत माफिया कर रहे महानदी का सीना छलनी
राज्य की जीवन रेखा कही जाने वाली महानदी का सीना अवैध रेत माफिया खाली करते जा रहे हैं। तो वहीं माइनिंग विभाग के अधिकारी इससे अनजान बनने का स्वांग रच रहे हैं। अवैध हथियारों के दम पर ये माफिया महानदी की रेत खुलेआम बेंच कर पैसे कमा रहे हैं और सरकारी खजाने को चूना लग रहा है। पर्यावरण का जो नुकसान हो रहा है सो अलग। ऐसे में सवाल तो यही उठता है कि आखिर ऐसा कब तक चलेगा?
महासमुंद ।
प्रशासन नहीं कर रहा कोई कार्रवाई-
छत्तीसगढ़ के महासमुंद में खनिज माफियाओं का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। दिनों दिन माफियाओं के बढ़ते कदम से महानदी की छाती छलनी-छलनी होती नजर आ रही है।
हैरत की बात तो यह है कि जिला प्रशासन भी इन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही। जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद है। महानदी किनारे बसे महासमुंद को प्राकृतिक संपदाओं से भरा जिला माना जाता है।
जहां कई प्रकार के खनिज संपदाओं का खदान है। महानदी के किनारे दर्जनों गांवों की बसाहट है। इन्हीं में से एक गांव है मुढ़ैना जहां फर्शी पत्थर और रेत का खदान ही गांव वालों के आजीवका का साधन है। लेकिन गांव वाले तो महज मजदूर बनकर ही जीवनयापन कर पा रहे हैं। यहां के खनिज के मालिक तो माफिया बने हुए हैं।
अवैध हथियारों के बल पर हो रही है तस्करी-
जो हथियार के बल पर महानदी से दिनरात रोजाना सैकड़ों ट्रक रेत लूटकर ले जा रहे है। ग्राम पंचायत के अनुमति के बगैर ही यहां से बड़े पैमाने में रेत का उत्खनन किया जा रहा है। रायपुर के आरंग ब्ल़ॉक का हिस्सा महानदी किनारे से लगे होने का फायदा ये माफिया उठा रहे हैं।
दर्जनों गुर्गे भी रहते हैं साथ-
ग्रामीणों की माने तो आरंग का खनन माफिया अपने इस काम को अंजाम देने के लिए अपने दर्जनों गुर्गे को हथियार के साथ यहां तैनात रखते हैं। जिनके भय से ग्रामीण इसका विरोध तक नहीं कर पाते। महानदी के मुढ़ैना क्षेत्र से रेत उत्खनन के लिए माफियाओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
दिनरात माफिया पोकलेन के जरिये सैकड़ों ट्रकों से रेत की चोरी कर रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी महानदी के किनारे गांवों से रेत के अवैध उत्खनन के कई मामले सामने आये।
लेकिन हर बार विभाग रसूखदार और नेताओं के सामने कार्रवाई के बजाय घुटने ही टेके। बहरहाल देखना यह है कि इस बार भी क्या विभाग कोई कार्रवाई कर पायेगा या फिर हर बार कि तरह इस बार भी महानदी की छाती को ये माफिया छलनी करते रहेंगे?
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