एक क़ता -


मैं चीन के चश्में से शहर देख रहा हूँ।
कुत्ते को भी अब शेर बबर देख रहा हूँ।।
      होकर के खडा पतली सी नाली के किनारे। 
मैं तो " कपूत" स्वेज नाहर देख रहा हूँ।।

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