नहीं मर सकते संत कवि दीवान जैसे महापुरुष-



कौन कहता है कि संत कवि पवन दीवान मर गए,
 अब तक छत्तीसगढ़ में थे अब भगवान के घर गए।
संत गगन में उड़ते-उड़ते मंद-मंद  मुस्काएंगे,
जब बच्चे उनकी कविताओं को निज स्वर में गाएंगे।।
कपूत प्रतापगढ़ी

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