मौत के दोषी डॉक्टर पर कौन सी धारा लगेगी सीएम सर




डॉक्टर्स से हाथापाई और सरकारी नुकसान को सरकार ने गैरजमानती अपराध की श्रेणी में डाल कर थमा दिया हथियार। उसी का उपयोग करके वे अब रहे हैं गरीबों और उनके बच्चों को मार।  जिले के रघुनाथ अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से मरा 9 माह का अनाथ। अब अस्पताल प्रबंधन खड़ा है दोषी डॉक्टर्स के साथ। पहले तो उसको वार्ड दर वार्ड भटकाया, उसकी फाइल को खूब लटकाया। उसके बाद अब देकर मनमाना बयान बचने की फिरा$क में हैं श्रीमान। ऐसे में गरीब और बदहाल पूछ रहे हैं सवाल कि ऐसा काम करने वाले डॉक्टर पर कौन सी धारा लगनी चाहिए सीएम सर.....?
अंबिकापुर।
क्या है पूरा मामला-
दरअसल, 13 दिनों तक अस्पताल के अलग-अलग वार्डों में दाखिल लगभग 9 माह का बेसहारा शिशु अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते सिसक-सिसक कर दम तोड़ दिया।  इन 13 दिनों में कभी उसे बच्चा वार्ड, तो कभी पूरक पोषण पुनर्वास केन्द्र में चिकित्सक दाखिल कराते रहे। आखिरकार शुक्रवार को उसकी सांसें थम गईं। जानकारों ने तो यहां तक बताया कि डॉक्टर्स उस बच्चे को वार्ड-दर वार्ड तब तक भटकाते रहे जब तक कि उसके प्राण पखेरू उड़ नहीं गए।
क्या कहते हैं डॉ. जेके. रेलवाणी-
उसको गंभीर रक्ताल्पता यानि सीवियर एनीमिया थी। कुछ दिनों पहले उसे रक्त चढ़ाया गया था। उसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिय गया था। उसको लोग दोबारा फिर लेकर आए और उसके बाद जांच में पता चला कि वो कुपोषित भी था तो उसको कुपोषण पुनर्वास केंद्र ले जाने की सलाह दी गई। यहां पोषाहार लेते वक्त उसे उल्टियां हुईं जिसकी वहज से खाने का काफी हिस्सा स्वांस नली में फंस गया और उसी से उसकी मौत हो गई। डॉक्टर के बयान और  सच्चई में      अंतर साफ-साफ दिखाई दे रहा है। यहां बताया जा रहा है कि वो पिछले 13 दिनों से लगातार भर्ती था  तो वहीं डॉक्टर साहब उसको  डिस्चार्ज बताकर अपनी जिम्मेदारी से बचने की जुगत लगा रहे हैं।मौत के दोषी डॉक्टर पर कौन..
अंतर साफ-साफ दिखाई दे रहा है। यहां बताया जा रहा है कि वो पिछले 13 दिनों से लगातार भर्ती था  तो वहीं डॉक्टर साहब उसको  डिस्चार्ज बताकर अपनी जिम्मेदारी से बचने की जुगत लगा रहे हैं।
डॉक्टर पर कौन सी धारा लगनी चाहिए-
 इस घटना से दु:खी नगर के बुध्दिजीवी लोगों ने प्रदेश के मुखिया डॉक्टर रमन सिंह से सवाल किया है कि अगर कोई डॉक्टर से हाथापाई करेगा तो ये गैर जमानती अपराध होगा। तो गरीब के बच्चे की जान लेने वाले डॉक्टर पर कौन सी धारा में मुकदमा दर्ज होना चाहिए श्रीमान? क्या किसी डॉक्टर को किसी गरीब के बच्चे के इलाज में इस  तरह लापरवाही बरतने और उसकी जान लेने का अधिकार है? अगर नहीं तो उस पर कौन सी
 धाराएं लगनी चाहिए?
अब जरा जिम्मेदारों की सुनिए-
ये मामला मेरी जानकारी में नहीं है, वैसे भी  रघुनाथ अस्पताल मेडिकल कॉलेज के अंडर में है। आप वहां के अधीक्षक डॉ. घनश्याम सिंह से बात कर लीजिए।
-डॉ. ए.के. जायसवाल
सीएमओ, सरगुजा
ऐसी कोई बात नहीं है आप डॉक्टर जेके.रेलवाणी से बात कर लीजिए। वही इस बारे में कोई जानकारी दे पाएंगे।
-डॉ. घनश्याम सिंह
अधीक्षक,रघुनाथ अस्पताल

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