ढाई करोड़ की वसूली, सुनते ही सांस फूली


 अच्छे दिनों का दिखाकर सपना, जो काम बना रहे थे अपना-अपना, अब उनको पड़ेगा नपना, क्योंकि शासन ने जारी कर दिया रिकवरी का आदेश, तो देखते हैं कि किस करवट बैठती है बलौदाबाजार के 344 सरपंचों और सचिवों की भैंस। शासन से आया वसूली का आदेश पढ़कर सबकी सांस फूली। गरीबों के विकास का पैसा दबाकर जमकर किए ऐश और जरूरतमंदों को भगाया दिखाकर तैश। शिकायत पर जागे प्रशासन ने रुकवाया खेल, अक्टूबर तक पटाएं पैसा और नहीं तो जाएं जेल।
तहसीलदारों को दिए गए निर्देश-
पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर के फरमान के बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी एसडीएम को पत्र जारी कर सालों से लंबित वसूली राशि करीब दो करोड़ 65 लाख 22 हजार 617 रुपए की वसूली कराने का फरमान जारी किया गया है। इसके लिए तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि वे इसकी वसूली राजस्व वसूली की भांति करें। बकायादारों को इसके लिए अक्टूबर तक का समय दिया गया है, बकाया नही पटाने पर पंचायत अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी जिसमें एक माह की जेल का प्रावधान है।
अनियमितता कर किया गोलमाल-
दरअसल कुछ पंचायत पदाधिकारी व सचिवों ने ग्राम विकास के लिए जारी की गई राशि में अनियमितता कर बिना कार्य किये आहरण कर गोलमाल किया था। जिसकी वसूली काफी समय से लंबित बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि अब भी शासन को 344 ग्रामीण पदाधिकारियों व सचिवों से ढाई करोड़ की राशि वसूल की जानी है दरअसल बीते दिनों पंचायत मंत्री द्वारा वित्तीय अनियमितता मामले में वसूली कार्यवाही नही होने को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाया गया है। जानकारी के अनुसार अब प्रशासन द्वारा सभी एसडीएम को पत्र जारी कर बकाया वसूली राशि को वसूली करने का फरमान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि तहसीलदार, जनपद सीइओ समन्वय कर समस्त पूर्व पंचायत पदाधिकारियों व सचिवों से वसूली की कार्यवाही की जाए।
सबसे ज्यादा सिमगा ब्लॉक में बकाया -
 जिले में सबसे अधिक 1 करोड़ 9 लाख 33762 रुपए सिमगा ब्लॉक के 123 पंचायत पदाधिकारियों पर राशि बकाया है। जबकि सबसे कम 18 लाख 32 हजार 77 रुपए पलारी ब्लॉक के 28 पंचायत पदाधिकारियों पर राशि बकाया है।
344 सरपंच व सचिव सूचीबध्द
जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों के 344 सरपंच व सचिवों से वित्तीय अनियमितता कर शासन की राशि का दुरुपयोग मामले पर   अब कार्यवाही तय है। दरअसल इस मामले में पंचायत मंत्री की नाराजगी प्रशासन का झेलनी पड़ी है इसके बाद प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाते हुए वसुली की कार्यवाही शत-प्रतिशत करने का फरमान जारी किया गया है।
जले के जनपद में बकाया
जनपद का नाम    बकायादारों की संख्या     बकाया राशि     बकाया वर्ष
पलारी     28    8 लाख 32077    2005 से 2014 तक
सिमगा     123    1 करोड़ 9 लाख 33762        1999 से 2015 तक
कसडोल    44     50 लाख 16013    2006 से 2014 तक
बिलाईगढ़     23     26 लाख 35774    1987 से 2010 तक
भाटापारा    66     40 लाख 76174     2000 से 2011 तक
बलौदाबाजार    60     20 लाख 28817     1969 से 2010 तक

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