मोदी के जन्म दिन पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का तोहफा
17 सितम्बर के दूसरे दिन उरी में 17 शहीद
25 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज़ शरीफ के जन्मदिन पर अफगानिस्तान से प्रोटोकॉल तोड़कर अचानक लाहौर जाकर उनको दी जन्मदिन की बधाई। जब 17 सितंबर मोदी की बारी आई तो शरीफ ने शराफत दिखाई। 17 जवानों की शहादत का तोहफा थामाया। फिर भी हमारे नीति नियंताओं की समझ में कुछ नहीं आया। ऐसे में सवाल तो यही है कि क्या ऐसा देश दोस्ती करने लायक है? क्या यही है पाकिस्तान का असली चेहरा। अब अगर इसके बाद हम अपना असली रंग दिखाएंगे तो पाकिस्तान के लोग प्यास से ही तड़प-तड़प कर मर जाएंगे।
रायपुर। पिछले साल 25 दिसंबर को अपनी अफगानिस्तान यात्रा को बीच में छोड़कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के जन्म दिन पर लाहौर पहुंचे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्म दिन 17 सितंबर के दूसरे ही दिन पाकिस्तान ने 17 शहीदों का तोहफा देकर दोस्ती की पीठ में एक बार फिर से $खंज़र घोंप दिया। तो वहीं उनके रक्षा मंत्री परमाणु हमले की धमकी भी लगातार दिए जा रहे हैं। ये अलग बात है कि जिस-जिस भी आतंकी ने इस हमले को अंजाम दिया था उनको हमारे शूरवीरों ने मौत के घाट उतार दिया, मगर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की नीयत पर सवाल तो उठना स्वभाविक ही है।
हर बार पीछे से वार-
पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की यही सियासत रही है कि जब भी हमने उनके साथ दोस्ताना संबंध बढ़ाने की कोशिश की, हमारे देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बस लेकर गए तो करगिल के रूप में उसका खामियाज़ा हमें चुकाना पड़ा। इसके पहले भी हमने जितनी भी बार पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढ़ाया हमें उसकी कीमत किसी न किसी आतंकी हमले के रूप में चुकानी पड़ी।
फिर भी नहीं माने मोदी-
इसके बावजूद भी नहीं माने हमारे प्रधानमंत्री मोदी। वे 25 दिसंबर को अफगानिस्तान की अपनी यात्रा को बीच में ही छोड़कर लाहौर जा पहुंचे। जहां उन्होंने नवाज़ शरीफ की मां के पैर छुए और देशी घी की मिठाइयों के चटखारे लिए। तो उनके जन्म दिन पर नवाज शरीफ ने अपनी पूरी शरा$फत दिखा दी।
शहीद के पिता ने की आरपार की लड़ाई अपील-
गया के परैया प्रखण्ड के बोकनारी गांव के शहीद सुनील कुमार विद्यार्थी की खबर के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है। इस बीच उनके पिता और बेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि सेना पर हमला करने वालों का मुंहतोड़ जवाब मिलना ही चाहिए।
युध्द की तैयारी में देश-
गृह मंत्रालय ने देश के आला अधिकारियों के साथ बैठक लेकर पाकिस्तान की नकेल कसने की तैयारी कर ली है। इसकी परिणति युध्द के तौर पर ही हो सकती है। तो वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ललकारते हुए कहा कि देश के जवान पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब दें।
बॉक्स-
बंद कर दो पानी खत्म कहानी-
हमारी सतलुज, रावी, झेलम और चिनाब नदियों का पानी पीकर हम पर ही आतंकी हमले करवाने वाले पाकिस्तान का तो सिर्फ पानी बंद कर दिया जाए। इसके बाद उसकी हेकड़ी निकलने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। बिना पानी के उसकी सारी धरती बंजर हो जाएगी। पानी हमारा है हमारी मर्जी होगी तो देंगे नहीं तो रोक देंगे? इनमें सतलुज तो ऐसी नदी है जो कराची तक जाती है।
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