सूरजपुर SP ने NGO को दी लूट छूट





 बनारस रोड पर चंदौरा थाने से एक किलोमीटर पहले पोड़ी मोड़ पर पुलिस अधीक्षक का लिखित आदेश दिखाकर एक एनजीओ के लोग वहां से गुजरने वाले ट्रकों से सौ-सौ रुपए की अवैध वसूली कर रहे थे। ये सारे लोग पैसे नहीं देने वालों पर दबंगई भी दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे थे। थाने के टीआई ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि वो हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। ऐसे में सवाल तो यही है कि क्या सरकार किसी पुलिस अधीक्षक को ये अधिकार देती है कि वो किसी एनजीओ को ऐसी खुली लूट की पूरी छूट दे दे?
ट्रकों में रिफ्लेक्टर रेडियम के नाम पर हो रही जमकर वसूली..!



मामला चंदौरा थाना और पोडी मोड के बीच का

सूरजपुर ।
क्या है पूरा मामला-
मामला सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना व पोडी मोड के बीच देखने को मिला।  यहां मुस्कान फाउण्डेशन नामक एनजीओ द्वारा बकायदा सड़क के किनारे वाहन लगाकर वाहनों में रेडियम और रिफलेक्टर लगाने के लिए वाहनों को रोका जा रहा है।  हांलाकि वाहनों में इस प्रकार का कोई काम उनके द्वारा नहीं किया जा रहा था अलबत्ता उसके नाम पर एक रशीद थमा कर 100 रुपए ले लिए जा रहे थे।  ज्ञात हो कि उस मार्ग पर प्रतिदिन लगभग 200 से ज्यादा ट्रकों का आवागमन होता है ,ऐसे मे प्रतिदिन उस एनजीओ की अवैध कमाई कितनी होती होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बडी बात ये है कि इस वसूली का लिखित आदेश खुद सूरजपुर एसपी ने दिया है। जिसे दिखाकर एनजीओ संचालक व उनके आदमी अनाप शनाप वसूली किए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार अम्बिकापुर बनारस रोड पर प्रतापपुर मोड और चंदोरा थाना के बीच सीजी 13- 0811 कार को सडक किनारे लगाकर एक कथित अधिकारी वाहन में बैठकर , तीन-चार कथित कर्मचारियों को वहां से आने जाने वाले ट्रकों को रोकने के काम में लगे थे। ऐसा सोमवार के दिन देखा गया। प्रत्येक ट्रक से 100 रुपए की वसूली करते हुए , मुस्कान फाउण्डेशन नामक एक गैर शासकीय संगठन के नुमाईंदे देखे गए ।
यातायात पुलिस बताकर कर रहे थे वसूली-
लिहाजा ट्रक वालों से अवैध वसूली के मामले को हमारी टीम ने जानने का प्रयास किया तो एक ट्रक ड्राइवर ने बताया कि ये लोग अपने आप को यातायात पुलिस बताकर हमसे 100 रुपए की वसूली कर रहे हंै, लेकिन रुपया लेकर न ही रिफलेक्टर लगा रहे है और ना ही काली फिल्म । हांलाकि ट्रक चालकों से बात करने के दौरान ही कार में बैठा कथित अधिकारी वहां पंहुचा और अपने पर्स से एक आदेश निकाल कर दिखाने लगा। जिसमे सूरजपुर एसपी के एक आदेश में लिखा था कि मुस्कान फाउण्डेशन को थाना क्षेत्र मे कैंप लगाकर व्यवसायिक वाहनो में टेल लाईट, रेडियम रिफलेक्टर तथा हेड लाईट आधा काला लगाया जाना है।
पुलिस अधीक्षक का लिखित आदेश-
जिसके लिए आदेश में बकायदा सूरजपुर जिले के सभी थाना प्रभारियों को 25 जून 2016 को आदेश भी जारी किया गया था, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये लोग न ही थाना परिसर में कैंप लगाकर वसूली कर रहे थे और न ही इनके साथ कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी ही वहां मौजूद था। ऐसे में यह संस्था किस प्रकार की वसूली वाहन चालकों से कर रही थी यह बात तो पुलिस अधीक्षक बता सकते है।
चंदौरा थाना प्रभारी ने झाड़ा पल्ला-
पूरा मामला बनारस हाईवे पर स्थित चंदौरा थाना से तकरीबन एक किलोमीटर पहले उस स्थान का है जंहा ढंग से किसी मोबाईल का कवरेज भी नही था। मतलब परिस्थितयो और पुलिस अधीक्षक के आदेश को देखते हुए ये साफ लग रहा था कि अवैध वसूली का ये खेल मे पुलिस भी हिस्सेदार है। हांलाकि इस संबध मे हमने चंदौरा थाना प्रभारी रविन्द्र सिंह से जानकारी लेनी चाही तो उन्होने कहा जिस स्थान वो लोग वसूली कर रहे थे वो हमारा थाना क्षेत्र नही है कहकर पल्ला झाड लिया।

वर्जन-
पहले लिया जा रहा था मगर हमने अब उसको पूरी तौर पर बंद करवा दिया है।
आर.पी. साय
पुलिस अधीक्षक
सूरजपुर

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