नक्सलियों का वीडियो देख बिफरे सीएम


-राज्य के राजनांदगांव जिले में 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा कोरकोट्टी में हुए नक्सल हमले का वीडियो वायरल हो गया है। इसमें नक्सलियों को जवानों के हथियार लूटते हुए दिखाया गया है। वीडियो देखकर बिफरे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सख्त लहजे में कहा कि ये वीडियो मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को दिखाया जाना चाहिए। तो वहीं उन्होंने सुरक्षाबलों के जवानों के शौर्य की प्रशंसा भी की।
रायपुर।
क्या है पूरा मामला-
यह वीडियो छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा कोरकोट्टी में हुये नक्सल हमले के बाद का है।
इस घटना में राजनांदगांव के एसपी वीके चौबे समेत 29 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद नक्सलियों ने इसका वीडियो बना लिया था। यह वही वीडियो है जो अब सामने आया है। इसमें साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे नक्सली घटना में शहीद पुलिस के जवानों के शवों के इर्द-गिर्द घूमकर उनके हथियार लूट रहे हैं और गोलियां चला रहे हैं।
नक्सली दर्ज कर रहा है हथियारों का हिसाब-
वीडियो में दिख रहा है कि एक नक्सली लूटे गये हथियारों का हिसाब दर्ज कर रहा है। साथ ही हमले के बाद सभी नक्सलियों को इक_ा करके उनका कमांडर उनकी मीटिंग ले रहा है। यह वीडियो घटना के बाद राजनांदगांव के स्थानीय पत्रकारों के हाथ लगा था जो एक बार फिर चर्चा में है।
क्रूरता की पराकाष्ठा पार करते हैं माओवादी: मुख्यमंत्री-
राजनांदगांव के मदनवाड़ा में हुई नक्सली मुठभेड़ का वीडियो वायरल होने के मामले में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि झीरम कांड हो या मदनवाड़ा की घटना, हर बार नक्सलियों की हरकत शर्मनाक और क्रूरता की पराकाष्ठा पार कर जाती है।  वीडियो में जो दिख रहा है वह मानवता को शर्मसार करने वाली नक्सलियों की हरकत है। उन्होंने कहा कि तथाकथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को ये वीडियो दिखाना चाहिए जो दिल्ली में नक्सलियों के मारे जाने के बाद मार्च निकालते हैं। इससे उन्हें नक्सलियों की नीति, रीति और कर्म समझ में आएगा कि कैसे वे जवानों को मारने के बाद उनके शवों को पैरों से कुचलते हैं और हंसते हैं।
ऊंचा है हमारे जवानों का मनोबल: सीएम-
इसके साथ ही उन्होंने बस्तर क्षेत्र में पुलिस की मुठभेड़ में 5 नक्सलियों के मारे जाने की घटना को नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की बड़ी सफलता करार दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब परिस्थितियां बदली है और हमारे जवान बहादुरी के साथ मोर्चा ले रहे हैं। बारिश में भी पूरी रात अभियान चला रहे है। जवानों का मनोबल ऊंचा है और वे नक्सलियों को उनकी जगह जाकर मार रहे हैं।  पहले बारिश में अभियान नहीं होता था पर अब बारिश में भी जवान जंगल के अंदर तक जा रहे हैं। अब सुरक्षाबल नक्सलियों को दौड़ाकर उन्हें चिह्नित करके जंगल के अंदर तक जाकर मार रहे हैं।
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