बिना परीक्षा दिए पास
कटाक्ष-
निखट्टू
राजधानी रायपुर से कुछ दूर पर है माना कैंप जहां सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित किया जाता है। तो यहीं कुछ दिनों पहले पुलिस के जवानों की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। अब भला हो मुन्नाभाइयों का पता नहीं कहां से सूंघ लिया। उसके बाद तीन टॉपर्स मुन्नाभाइयों ने पुलिस की मांद में घुसकर अपने काम को अंजाम दिया और निकल गए अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश। वो कहावत है न ... कि बड़ा चोर सेंध में गाए। ठीक उसी अंदाज में इन्होंने वारदात को अंजाम दिया और चलते बने। पुलिस शांति से सोती रही। सारी प्रक्रिया जैसे होती है होती रही। इसके बाद जब इस परीक्षा का परिणाम आया तो वे तीनों परीक्षार्थी भी पास हो गए जिन्होंने मुन्नाभइयों की सेवाएं ली थीं। अब जोश में होश खोना स्वभाविक है। तीनों ने जोश में आकर गांव में पटाखे फोडऩे शुरू कर दिए, आखिर पुलिस की नौकरी जो पक्की हो गई थी। पड़ोसियों को ये बात नागवार गुजरी कि कोई बिना परीक्षा दिए कैसे पास हो गया? उन्होंने खोजबीन शुरू की उसके बाद मामला उत्तर प्रदेश के डीजीपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस को चि_ी लिखी। अब ये चि_ी मिलते ही हड़कंप मच गया। उत्तर प्रदेश जाकर राज्य की पुलिस ने ताबड़तोड़ छापे मारे मगर मुन्नाभाई भी आखिर मुन्नाभाई ठहरे निकल लिए पतली गली से खंभा बचाकर। अब हम तो यही कहेंगे कि भाई शाबाश.... बिना परीक्षा दिए भी लोग होने लगे हैं पास....पुलिस के जवान पुलिस लाइन में खेलते रह गए ताश? शाबाश जिम्मेदार हुए जा रहे हैं पसीने से तर तो अब हम भी निकल लेते हैं घर.... तो कल फिर आपसे मुलाकात होगी तब तक के लिए जय...जय।
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निखट्टू
राजधानी रायपुर से कुछ दूर पर है माना कैंप जहां सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित किया जाता है। तो यहीं कुछ दिनों पहले पुलिस के जवानों की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। अब भला हो मुन्नाभाइयों का पता नहीं कहां से सूंघ लिया। उसके बाद तीन टॉपर्स मुन्नाभाइयों ने पुलिस की मांद में घुसकर अपने काम को अंजाम दिया और निकल गए अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश। वो कहावत है न ... कि बड़ा चोर सेंध में गाए। ठीक उसी अंदाज में इन्होंने वारदात को अंजाम दिया और चलते बने। पुलिस शांति से सोती रही। सारी प्रक्रिया जैसे होती है होती रही। इसके बाद जब इस परीक्षा का परिणाम आया तो वे तीनों परीक्षार्थी भी पास हो गए जिन्होंने मुन्नाभइयों की सेवाएं ली थीं। अब जोश में होश खोना स्वभाविक है। तीनों ने जोश में आकर गांव में पटाखे फोडऩे शुरू कर दिए, आखिर पुलिस की नौकरी जो पक्की हो गई थी। पड़ोसियों को ये बात नागवार गुजरी कि कोई बिना परीक्षा दिए कैसे पास हो गया? उन्होंने खोजबीन शुरू की उसके बाद मामला उत्तर प्रदेश के डीजीपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस को चि_ी लिखी। अब ये चि_ी मिलते ही हड़कंप मच गया। उत्तर प्रदेश जाकर राज्य की पुलिस ने ताबड़तोड़ छापे मारे मगर मुन्नाभाई भी आखिर मुन्नाभाई ठहरे निकल लिए पतली गली से खंभा बचाकर। अब हम तो यही कहेंगे कि भाई शाबाश.... बिना परीक्षा दिए भी लोग होने लगे हैं पास....पुलिस के जवान पुलिस लाइन में खेलते रह गए ताश? शाबाश जिम्मेदार हुए जा रहे हैं पसीने से तर तो अब हम भी निकल लेते हैं घर.... तो कल फिर आपसे मुलाकात होगी तब तक के लिए जय...जय।
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