नटखट कन्हैया के जन्मदिन की आप सभी को बधाई





मैं तो राधा जी को मानता हूं, आज मैंने बास्ता यानि बांस के करील की सब्जी खाई....यानि अब न रहेगा बांस...और न बजेगी बांसुरी...राधे-राधे।

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