पहली ही बारिश में बह गया तटबंध


बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत पंडरी के केनवारी नाला पर बने 10 लाख का तटबंध पहली ही बारिश बह गया। तो अपनी मौन भाषा में शासन-प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार की कहानी कह गया। तटबंध के बहने से जल संसाधन विभाग कराये जा रहे घटिया निर्माण की पोल भी खुल गई। ऐसे में सवाल कि क्या यही है सुराज की सरकार के विकास का हाल?
क्या है पूरा मामला-
जनपद पंचायत वाड्रफनगर में मनरेगा योजना के तहत केनवारी नाला में 10 लाख की कीमत के तटबंध की स्वीकृति मिली थी, जिसके स्टीमेट में छड लगा कर क्रेशर मेटल की ढलाई की जानी थी। निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत पंडरी ने ऐसा नहीं किया।  बड़े -बड़े बोल्डर के साथ ही 40 से 60 द्वद्व हैण्ड ब्रोकन गिट्टी का इस्तेमाल कर तटबंध बना दिया। पहली ही बरसात में तटबंध के बह जाने के कारण यह सवाल खडा हो रहा है की विभाग के साथ ही विभाग के उप यंत्रियों ने आखिर कैसे इस निर्माण को पास किया?
इधर ग्राम वासियों का आरोप है की तटबंध बनने के समय ही इसकी गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई थी लेकिन विभाग ने इसे नजरअंदाज कर दिया जिसका परिणाम यह है की पहली ही बारिस में 10 लाख की लागत से बना यह तटबंध बारिश के साथ केनवारी नाला में बह गया।

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