दुनिया में बढ़ती भारत की धाक





देश कल 70 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इन सत्तर वर्षों में हमने बहुत तरक्की की। कभी जिस भारत में सूई तक इंग्लैंड से बनकर आती थी। उसी देश के बने सामानों और उसी देश की युवा प्रतिभाओं की आज पूरी दुनिया मोहताज है। दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान बराक ओबामा भी हमारी युवा शक्ति का लोहा मानते हैं। तो वहीं ब्लादिमिर पुतिन जैसे बहादुर लोग हमारे साथ कई दशकों से कंधे से कंधा मिलाकर काम करते आ रहे हैं। दुनिया के अंतरिक्ष बाजार में भारत की विश्वसनीयता बढ़ी है। भारत जितनी सस्ती दरों पर सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करता है उस दर पर दुनिया में कोई देश इनको वहां नहीं पहुंचा सकता। देश के प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना मेक इन  इंडिया अब धीरे-धीरे रंग लाने लगी है। विदेशी कंपनियां लगातार भारत में अपने संयंत्र स्थापित करने लगी हैं तो कुछ जल्दी ही अपने संयंत्र लगाएंगी। देश के उद्योगपतियों ने भी रक्षा के निर्माण क्षेत्र में उतरने की सोची है। उन्होंने तमाम विदेशी रक्षा कंपनियों के साथ करार भी किए हैं। इसके भी परिणाम निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे। हमारी मिसाइलों को खरीदने के लिए चीन विरोधी देश वियतनाम उतावला हुआ जा रहा है। तो वहीं साउदी अरब हमारे ध्रुव हेलीकॉप्टर का दीवाना है। अमेरिकी नौसेना ने भी इसको खरीदने का ऑर्डर दिया था। आने वाले दिनों में हमारे देश में रक्षा उत्पादनों की बाढ़ आने वाली है। इससे हमारे युवाओं को न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि इससे उनका विदेशों की ओर होने वाला पलायन भी रुकेगा।
ऐसे में जरूरत है तो सिर्फ अपनी प्रतिभाओं की धार को थोड़ा और पैनी बनाने की। इसके अलावा अपनी तकनीकी दक्षता और कार्य करने की शक्ति को और बढ़ाने की। युवाओं को बेहतर से बेहतर प्रशिक्षण देने की जिससे वे विश्व बाजार में अपनी क्षमता और दक्षता  का लोहा मनवा सकें। यही कारण है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक दिन अपने देश के युवाओं से कहा था कि भारतीय युवा दुनिया की नौकरियों पर काबिज होते जा रहे हैं। अमेरिकी युवा इनसे सीख लें। हम अगर अपने युवाओं को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने को ध्यान में रखकर तैयार करेंगे तो निश्चित ही वे अपनी प्रतिष्ठा का लोहा विदेशों में मनवाने में सक्षम होंगे। इससे देश की न सिर्फ धाक बढ़ेगी बल्कि हमारी अर्थ व्यवस्था भी मजबूत होगी और हम विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ पाएंगे। चुनौतियां बहुत हैं उनका हम सभी को डटकर मुकाबला करना  होगा। पंद्रह अगस्त मनन करने और संकल्प लेने का दिन होता है। ऐसे महान दिवस पर हम सभी ये संकल्प लें कि हम अपने युवाओं को विश्व का सबसे दक्ष युवा बनाएंगे जिसका मुकाबला करने के लिए किसी भी देश के प्रतिभागी को सौ बार सोचना पड़ेगा। यही देश के अमर सपूतों को हमारी सबसे अच्छी श्रध्दांजलि होगी। इसी के साथ आप सभी को हमारी सरकार परिवार की ओर से स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई... जयहिंद।

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