नारायणपुर में 19 महीने में 55 गर्भपात




सरेआम कानून की उड़ाई धज्जियां, सीएमओ ने दर्ज कराई एफआईआर और अस्पताल का संचालक हुआ फरार

- वैसे तो हमारे  समाज में डॉक्टर को दूसरा भगवान कहा जाता है। पैसों के लालच में यही भगवान जब शैतान बन जाए तो कोई क्या कहेगा? ऐसा ही मामला नारायणपुर जिला मुख्यालय में चलने वाले प्रभा हॉस्पिटल व प्रसूति गृह में सामने आया है। इसके संचालक डॉ. डीएस ठाकुर पर आरोप है कि उन्होंने 19 महीने में 55 गर्भपात कराया है। मामले का खुलासा होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी और सीएमओ डॉ. एआर गोटा ने अस्पताल संचालक के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। तो अब कलेक्टर टॉमन सिंह सोनवानी भी कार्रवाई की बात करते हैं। ऐसे में सवाल तो यही है कि आखिर पहले ये लोग कहां सोए हुए थे?
 नारायणपुर।  कैसे हुआ खुलासा-
अस्पताल में चल रहे इस गैरकानूनी काम का खुलासा तब हुआ, जब सीएमओ आनंदराम गोटा ने अस्पताल के दस्तावेजों की जांच की। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। सीएमओ डॉ. एआर गोटा ने हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। मामले में आरोपी डॉक्टर की पत्नी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इधर, एफआईआर दर्ज होते ही संचालक डॉ. ठाकुर फरार हो गया है। कोतवाली थाना प्रभारी राकेश ठाकुर ने बताया कि फरार डॉक्टर की तलाश की जा रही है। संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई है।

बगैर अनुमति दो साल से चल रहा था कारोबार-
सीएमओ डॉ. एआर गोटा ने बताया कि नगर में प्रभा हॉस्पिटल व प्रसूति गृह का संचालन जनवरी 2014 से किया जा रहा था। इस हॉस्पिटल का संचालन शुरुआती दौर में सोनपुर करने के बाद मेन रोड में किया जा रहा था। छत्तीसगढ़ राज्य उपचार्यागृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापना, अनुज्ञापन अधिनियम 2010 के अनुसार डॉ ठाकुर इस हॉस्टिपल के संचालन की अनुमति शासन की ओर से नहीं ली थी।

विभागीय नोटिस का नहीं दे रहा था जवाब-
अवैध अस्पताल के संचालन पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए 13 जुलाई व 28 अक्टूबर को डॉ ठाकुर को पत्र भेजा था। जिसका जवाब उन्होंने नहीं दिया और हॉस्पिटल का लगातार संचालन कर रहा था।


सीएमओ डॉ. गोटा ने बताया कि इस मामले से कलेक्टर को अवगत कराया गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने  प्रभा हॉस्पिटल व प्रसूति गृह में दबिश देकर दस्तावेज को जब्त करते हुए हॉस्पिटल को सील कर दिया।
दस्तावेजों की जांच में कई खुलासे
अस्पताल के दस्तावेजों की जांच में 19 माह में 55 गर्भपात कराने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही शासन की अनुमति के बिना 33 माह में 352 महिलाओं का प्रसव कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की संयुक्त टीम ने इस आधार पर डॉ डीएस ठाकुर को 17 बिदुंओं पर आरोप पत्र तय कर जवाब मांगा था।
वर्जन-
सीएमओ ने कोतवाली थाने में अस्पताल के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दिया है। जांच जारी है रिपोर्ट आते ही इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
टॉमन सिंह सोनवानी
कलेक्टर
नारायण पुर
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