चिल्लर वालों की बल्ले-बल्ले, 500 के बदले 400 मिल रहे


कानपुर । 500 व एक हजार के नोटों को बंद किए जाने के प्रधानमंत्री का फैसला आने के बाद कानपुर में कालाबाजारी करने वाले सक्रिय हो गए। फुटकर करने के नाम पर पांच सौ के नोट पर चार व हजार के बदले आठ सौ रूपये देकर अवसर का लाभ उठाने में जुट हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 500 व एक हजार के नोटों का अचानक देर शाम बंद किया जाना बुधवार की सुबह लोगों के लिए परेशानी लेकर आया। बैंक बंदी व इन नोटों का चलन बाजार में थमने से कानपुरवासियों के समस्या दोगुनी हो गई। जनता की इस समस्या का लाभ उठाने वाले भी पीछे नहीं रहे। मौके का फायदा उठाने को प्रतिबंधित होने जा रहे नोटों की कीमत घटाकर लेने वालों ने जमकर इस अवसर को भुनाते देखा गया। मुख्य बाजारों जैसे नयागंज, गुमटी बाजार, सीसामऊ, शिवाला, मेस्टन रोड, जनरलगंज, बादशाहीनाका, नवाबगंज में बकायदा लोगों ने काउंटर लगाकर नोट बदले और सौ से दो सौ रूपये घटाकर पैसे वापस किये। बाजार में कपड़ा खरीदने गए छात्र पंकज ने बताया कि दुकानदार ने पांच सौ का नोट चार सौ रूपये में लिया। महिला प्रियंका के मुताबिक बाजार में सब्जी खरीदने गई तो विक्रेताओं ने एक हजार का नोट लेने से मना कर दिया। दोबारा कहने पर उसने आठ सौ रूपये दिए जाने की बात कही। तब कहीं जाकर वह सब्जी खरीद सकी। गृहणी ऊषा ने बताया कि बच्चों के लिए खाने-पीने की चीजें भी परचून दुकानदार नहीं दे रहे है। 500 के नोट के बदले चार सौ रूपये दिए जाने की बात पर सामान दिया। प्रधानमंत्री का फैसला तो सही है, लेकिन अचानक रोक लगाना भी गलत है। दैनिक वस्तुओं की खरीददारी करने में खासी दिक्कत आ रही है और लाभ कमाने वाले इसे कैश करने में लगे है। इस सम्बंध में एसपी क्राइम जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस टीमों के जरिए नोट बदलने वालों की धरपकड़ किए जाने के निर्देश दिए है। जनता अगर किसी के खिलाफ शिकायत करती है तो उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/मोहित वर्मा

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