गरियाबंद की 2023 बसाहटों को मिला शुध्द पानी




 गरियाबंद । जिले के पांच विकासखण्डों के 667 ग्रामों और 2023 बसाहटों में सत्र 2012-13 में 334 नलकूप और हैण्डपंप  स्थापना का कार्य किया गया है और वर्तमान में कुल 1456 हैण्डपंप, नलकूप की स्थापना सफलतापूर्वक की जा चुकी है। राज्य शासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्र के हर नागरिक को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए नलजल और स्थल जल प्रदाय योजनाएं स्वीकृत की गई है।
कैसे हैं वर्तमान हालात-
सन् 2014-15 में 20 योजनाएं स्वीकृत हुई, जिसमें से 3 पूर्ण हो गई है और 17 प्रगति पर हैं। 2015-16 में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत मैनपुर के कुल्हाड़ीघाट, कटवा, देवडोंगर, तारझर, बेसराबझर में नलजल योजना स्थापना का कार्य प्रगति पर है। 2016-17 में भी 4 नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। स्थल जल योजना भी स्थल पर ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने 18 ग्रामों में संचालित की जा रही है।
63 सौर ऊर्जा चालित पंप भी-
63 स्थानों में सोलर पम्प पर आधारित योजनाएं भी पूर्ण हो गई है। इसके अतिरिक्त सोलर पम्प पर आधारित जलप्रदाय की 62 पम्प स्थापना का कार्य पूर्ण हो गया है। इससे ग्रामीणों को विद्युत के बिना ही शुद्ध पेयजल स्थल पर ही उलब्ध हो रहा है।
 नागरिक को शुद्ध और स्वच्छ पेयजल मिले इसकी गुणवत्ता की जांच के लिए जिला प्रयोगशाला और मोबाईल युनिट द्वारा जल के नमूनों का परीक्षण किया जाता है। स्थापना के पश्चात अभी तक 7940 नमूनों की जांच की गई। पीने के पानी में आयरन के जांच के लिए 2013-14 से 50 आयरन रिमूव्हल प्लांट की स्थापना की गई है। इनमें से ग्राम पंचायत आमामोरा के दुर्गम और दूरस्थ 14 बसाहटों में आयरन रिमूव्हल प्लांट स्थापित किया गया है, जिससे वहां के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है। 
 ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी नागरिको को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है। नगरीय निकाय जल प्रदाय योजना के तहत गरियाबंद में जल आवर्धन हेतु 11 करोड़ 63 लाख 84 हजार रुपये की स्वीकृति शासन द्वारा दी गई। इस उच्च स्तरीय जलागार निर्माण में 2 स्टेजिंग जलटंकी का निर्माण पूर्ण हो गया है। रॉ वाटर और क्लीयर वाटर पंपिग का मेन कार्य लगभग पूर्णता की ओर है, जबकि जल वितरण प्रणाली और इण्टकवेल व जलशोधन संयत्र का कार्य प्रगति पर है। इसी तरह राजिम में 7 करोड़ 29 लाख 99 हजार रुपये की लागत से आवर्धन जल प्रदाय योजना स्वीकृत हुआ है, जिनमें दो टंकियों का निर्माण पूर्ण तथा शेष कार्य प्रगति पर है। फिंगेश्वर आवर्धन जल प्रदाय योजना सत्र 2016-17 के बजट में प्रावधान किया गया है, जिसकी डी.पी.आर. लागत रूपये 11 करोड़ 70 लाख 39 हजार रुपये है, जिसे उच्च कार्यालय को भेजा गया।
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