लंगूरों के उत्पात से मजबूर किसान


जानबूझकर सोया वन विभाग, फलों और सब्जियों को कर रहे नष्ट
अम्बिकापुर।  जिले के खलीबा गांव में इन दिनों लंगूरों का उत्पात जारी है। ये बंदर गांव के एक किसान के फार्म हाउस मे डेरा जमाए हुए हैं। लंगूरों ने किसान के फार्म हाउस में लगे फलों और सब्जियों को तहस- नहस कर दिया है। तो वन विभाग इस घटना से अंजान बनने का नाटक रच रहा है।
क्या है पूरा मामला-
गांव के एक किसान अमितेज सिंह गोलू के मुताबिक गांव मे पिछले एक महीने से आए 25-27 लंगूर दिन भर मे कुछ समय भले ही गांव के अन्य स्थान में चले जाते हों , लेकिन उन्होंने उनके फार्म हाउस के उस हिस्से को एक माह से अपना स्थाई निवास बना लिया है। श्री सिंह के मुताबिक ये लंगूर उनके फार्म के उस हिस्से मे आकर रुके हैं, जहां पर उन्होंने आंवला और अमरुद का बगीचा बनाया है। दरअसल ये लंगूर पिछले एक महीने से गांव के अन्य फलदार पेड़ों के साथ इन आंवला और अमरुद के पेड से अब तक लगभग पूरे फल  खाकर नष्ट कर चुके हंै । इससे किसान को काफी नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं इन लंगूरों ने गांव के पोल्ट्री फार्म की सीमेंट सीट को भी निशान बनाने से गुरेज नही किया है, बल्कि लंगूरों के इस दल ने गांव के कई किसान अमितेज सिंह समेत कई ग्रामीणों के घर और पोल्ट्री फार्म में लगे सीमेंट की सीट को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।
फिर भी नहीं रहा जाग वन विभाग-
इतने के बावजूद भी वन विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए हैं। लंगूरों का दल फलों के बगीचे को तहस-नहस कर चुका है। किसानों के पोल्टी फार्म को भी निशाना बना रहा है। सब कुछ जानते हुए भी वन विभाग के अधिकारियों ने एक रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है।

--------------------------------------------------------------------------------------------

Comments

Popular posts from this blog

पुनर्मूषको भव

कलियुगी कपूत का असली रंग

बातन हाथी पाइए बातन हाथी पांव