आहत बाजार को मिली थोड़ी राहत


 
बड़े नोट नहीं लेने के बोर्ड-
राजधानी के कई दुकानों और होटलों में सुबह से बड़े नोटों स्वीकार नहीं किए जाने को लेकर पोस्टर चिपका दिए गए हैं. लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि वे चिल्लर लेकर ही आएं।  1000 और 500 के नोट स्वीकार्य नहीं हैं। वहीं छोटे-छोटे फुटकर व्यवासियों और किराना वाले भी ये नोट लेने में हिचकिचा रहे हैं।
स्टूडेंट्स की कॉलेज प्रबंधन से नोंकझोंक-
 राजधानी के कई कॉलेजों में फीस लेने को लेकर प्रबंधन और छात्रों के बीच तीखी नोंकझोंक होती रही। कई जगहों पर तो मामला मारीपीट की नौबत तक जा  पहुंचा। हालांकि बाद में समझाइश के बाद दोनों पक्ष पीछे हटे।
पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने खड़े किए हाथ-
बड़े नोट बंद किए जाने के फैसले से आज भी दवा दुकानों और पेट्रोल पंपों में खड़े लोगों की बेबसी साफ झलक रही थी।  कहीं-कहीं तो पेट्रोल पंप में विवाद की स्थिति भी बन गई, तो कहीं 500 के नोट के बदले चिल्लर न देकर सीधे 500 के पेट्रोल ही डाले गए।  वहीं दवा दुकानों में भी ये नोट स्वीकार नहीं किए गए, जिससे मरीजों के परिजन परेशान होते रहे।  बड़े नोटों के बंद होने का असर यहां तक रहा कि लोग उधारी का पैसा लेने से भी इनकार कर रहे हैं।  उनका तर्क है कि एक-दो बाद ही दे देना।  दूसरे दिन भी नहीं बिकी किसानों की सब्जियां                                                                                                राजधानी की सब्जी मंडी में गुरुवार को भी किसानों को सब्जियां बेचने में काफी परेशानी का सामना पडा। रायपुर     शेष पृष्ठ 5 पर...
की सबसे बड़ी सब्जी की मंडी शास्त्री बाजार में सुबह से सब्जी लेकर पहुंचे किसानों की सब्जियां दोपहर बाद तक नहीं बिक पाईं।  बड़ी -बड़ी गाडिय़ों से सब्जी लेकर पहुंचे किसानों से सब्जी लेने पहुंचे खरीदारों ने 500 और एक हजार रुपए के नोट को लेकर काफी दिक्कत हुई।

ये सरकार की आर्थिक इमरजेंसी
लखनऊ।  बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार सुबह 500 व 1000 के नोट बंद किये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नोट बंद करने के पीछे पीएम मोदी की नीयत साफ नहीं है। उन्होंने इसे आर्थिक इमरजेंसी करार दिया। प्रेस वार्ता में मायावती ने कहा कि देश की सीमा पहले की तरह ही असुरक्षित है। मोदी सरकार से जनता मायूस है। सरकार का ध्यान किसानों की ओर न जाकर देश के बड़े-बड़े पूंजीपतियों की ओर है। बीएसपी प्रमुख ने कहा कि लोगों का चुनाव से ध्यान हटाने के लिए बड़े नोटों को बंद करने का कदम उठाया गया है।
उन्होंने कहा, मोदी ने गरीबों के बारे में नहीं सोचा है। इससे बीजेपी को आर्थिक मजबूती मिली है। अभी तक विदेश से कालाधन नहीं आया है। नोट के बंद होने के बाद से हर तरफ हाहाकार मच गया है। प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले से आम जनता के दैनिक कार्य प्रभावित हुए हैं।

जल्द वापस आएगा 1000 का नोट
डिजाइन के साथ रंग भी होगा अलग
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि जिन लोगों के पास ज्यादा अघोषित संपत्ति है उन्हें टैक्स लॉ के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।  उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था से लोग घबराए नहीं।  वीकेंड पर भी बैंक खुले रहेंगे।  वहीं वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि कुछ महीनों में नए रंग और नए डिजाइन के साथ वापस आएगा 1000 का नोट।
रायपुर। गुरुवार को जैसे ही बंैकों और डाकघरों के ताले खुले, लोगों का हुजूम 5 सौ और हजार के नोट लेकर पिल पड़ा। इसी के चक्कर  में कई बंैकों में गर्मागर्म बहस से लेकर मारपीट तक की खबरें आई हैं। चिल्हर मिलने से आहत बाजार को थोड़ी सी राहत मिलती दिखई दी।
व्यापारियों ने भी महसूस की राहत-
जिस तेजी से बुधवार को पेट्रोल पंपों और अन्य दुकानों पर लोगों का हुजूम उमड़ा था अब वो बैंकों की ओर मुड़ गया है। राजधानी की तमाम बैंकों में लोगों की कतार लगी है। यहां नोट बदलने का काम चल रहा है।

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