खुद को सरकार समझता है राशन दुकानदार



-ग्रामीण कार्डधारकों को देता है गंदा कीड़ा लगा और पैरों से रौंदा चावल

 जांजगीर । जिले के ग्राम पंचायत खोकसा के ग्रामीण सरकारी राशन दुकान के संचालक से काफी परेशान हैं।  ग्रामीणों का आरोप है कि दुकान संचालक अच्छे चावल को खुले बाजार में बेच देता है और जरुरतमंदों को गन्दा कीड़ा लगा और पैरों से रौंदा गया चावल देता है। ये दुकानदार खुद को सरकार समझता है। तभी तो राशन कार्डधारकों को ये कह कर धमकी देता है कि उसकी पहुंच बहुत ऊपर तक है। वो चाहे तो अभी शिकायतकर्ता का राशन कार्ड निरस्त कर उसका नाम सूची से काट सकता है।

दुकानदार ग्रामीणों को देता है घटिया चावल -
खोकसा की करकारी राशन की दुकान पर लोगों को गंन्दा चावल दिया जा रहा हैं।  ग्रामीणों का आरोप है कि दुकान संचालक अच्छे चावल को खुले बाजार में बेच देता है और उन्हें घटिया चावल देता है।  ग्रामीणों का यहां तक कहना है कि इस राशन की दुकान में पैरो से रौंदा हुआ चावल वितरित किया जाता है, जिसे खाने से बीमार होने की संभावना रहती है।
शिकायत करने वालों को धमकाता है दुकानदार-
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि साफ चावल मांगने या शिकायत करने की बात कहने पर दुकान संचालक  अपनी ऊंची पहुंच का धौंस दिखाते हुए अभद्रता करता है और सूची से नाम काटने की धमकी देता है।
ग्रामीण मजबूरी में राशन तो लेते है लेकिन उन्हें इस बात का भय लगा रहता है कि इस राशन को खा कर कही वो बीमार न पड़ जाए क्योंकि इस दुकान में जिस स्तर का राशन दिया जाता है उसे एक बार जानवर भी खाने से मना कर दे।
राज्य शासन एक रुपए और दो रुपए कीमत पर गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को अपनी पीडीएस योजना के तहत सस्ता राशन उपलब्ध कराती है।  लेकिन ऐसे ही दुकानदार इस महत्वकांक्षी योजना पर पलीता लगाने से बाज नहीं आते हंै और लोग सूची से नाम काटने के भय से शिकायत करने से डरते हैं, जिनसे इनका मनोबल और बढ़ता है ऐसे में जरुरत है लोगों को जागरूक होने की ताकि उनका हक पर कोई डाका न डाल सके।
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