संकट में डाल गए लोकपाल


-सरगुजा के सीतापुर ब्लॉक की गांव पंचायत बंशीपुर के नोनिया टांगर में डब्ल्यूबीएम सड़क और ढ़ोंडा गांव में तटबंध निर्माण में हुए फर्जीवाड़े पर लोकपाल ने आरईएस के ईई और एसडीओ पर एफआईआर और जुर्माने के साथ - साथ 41.34 लाख की वसूली के आदेश दिए हैं। जांच में ही लोकपाल को समझ में आ गई थी इनकी चाल इसीलिए इनके ऊपर एक-एक हजार का जुर्माना और एफआईआर का आदेश देकर इनको दिया संकट में डाल।
आरईएस के ईई व एसडीओ पर लोक पाल ने की एफआईआर की अनुशंसा

 सरगुजा । 
क्या है पूरा मामला-
दरअसल अधिवक्ता डीके सोनी ने शिकायत की थी कि सीतापुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बंशीपुर अंतर्गत नोनिया टांगर में डब्ल्यू बीएम सड़क निर्माण के लिये 15 लाख 71 हजार रुपए की स्वीकृति थी। उक्त कार्य को आदेश से छ:  माह के अंदर पूर्ण करना था। निर्माण एजेंसी के रूप में कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्र. 1 अम्बिकापुर के देख-रेख में कार्य प्रारंभ किया गया। समय सीमा पर कार्य पूर्ण नहीं किया गया। इसके साथ ही स्वीकृत राशि का आहरण कर गबन करने व मस्टर रोल में फर्जीवाड़ा करने के साथ-साथ रोजगार गारंटी योजना के किसी भी नियम का पालन नहीं करने की शिकायत थी। इसके अलावा ढोंढागांव में तटबंध निर्माण व बंशीपुर में तटबंध निर्माण में अनियमितता की शिकायत दी गई थी। इस शिकायत को लेकर लोकपाल ने 5 नवम्बर को सभी स्थलों पर जाकर आरईएस के एसडीओ व तकनीकी सहायकों की उपस्थिति में कार्यों की जांच की। इसके साथ ही ग्रामीणों का बयान लिया गया।
क्या मिला जांच में-
लोकपाल का कहना है कि जांच में यह स्पष्ट रूप से पाया गया कि तीनों कार्यों में स्वीकृत राशि का कार्य पर उपयोग नहीं किया गया है। विभाग द्वारा मजदूरों की संख्या के कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये गये। जांच स्थल पर भी आरईएस के अधिकारी एसडीओ द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कराया गया, जो मनरेगा अधिनियम का उल्लंघन है। डब्ल्यू बीएम सड़क में कार्य में अनियमितता पाई गई है। जांच में मौके पर तटबंध नहीं पाया गया। ग्रामवासियों के बताये अनुसार तटबंध मनाया गया था, पर वह डूब गया, जिसका लाभ गांव वालों को नहीं मिला। जांच में स्पष्ट रूप से पाया गया कि विभाग द्वारा स्वीकृत राशि का उपयोग नहीं किया गया और राशि में हेर-फेर किया गया है।
ये पाए गए जांच में दोषी-
पूरे मामले में जांच उपरांत निर्माण वर्ष में पदस्थ आरईएस के ईई आरएन चैबे एवं केडी बनौधे, एसडीओ अनिल मिश्रा, आरके चंद्रा, उप अभियंता बीके चौबे, एनके कुजूर द्वारा कार्य कराया गया। लोकपाल श्री पांडेय ने   अधिकारियों से संयुक्त व पृथक-पृथक सभी कार्यों पर किये गये खर्च की राशि लगभग 41 लाख 34 हजार रुपए वसूली करने का अधि निर्णय पारित करते हुये उपरोक्त अधिकारियों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किये जाने की अनुशंसा की है।

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