प्रतापगढ़ जिले के कुंडा ताल का हाल... जहां कभी प्रवासी पखेरुओं की मधुर आवाजें गूंजती थीं। अब वहीं ट्रैक्टर दौड़ लगाते हैं। कुंडा आश्रम को तो स्थानीय दबंगों ने मुंडा कर दिया। बाबा भोगशरण को भी नहीं बख्शा इन लोगों ने। एक सुन्दर गोखुरी झील को लील ले गए। इसका श्रेय एक अयोग्य सांसद को जाता है।






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